नोएडा में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर खुद के फर्जी अपहरण की साजिश रची, जिसमें एक आर्मी जवान भी शामिल था। पुलिस ने इस मामले में हरियाणा से तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
दरअसल, सॉफ्टवेयर इंजीनियर शुभम गौड़, जो नोएडा की जेपी कॉसमॉस सोसाइटी में रहता है, ने 10 सितंबर की रात बिना बताए सोसाइटी से बाहर जाकर अपना मोबाइल बंद कर दिया। जब कई घंटे तक उसकी कोई खबर नहीं मिली, तो ग्वालियर में रह रहे उसके परिजनों ने अनहोनी की आशंका जताते हुए पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। दो दिन बाद शुभम के नंबर से उसके परिजनों को फोन आया, जिसमें बताया गया कि मेवात गिरोह ने उसका अपहरण कर लिया है और उसे छोड़ने के बदले 50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस और इंटेलिजेंस का सहारा लिया और हरियाणा पहुंचकर शुभम और उसके दो दोस्तों, संदीप और अंकित को गिरफ्तार कर लिया। जांच में पता चला कि शुभम ने अपने परिजनों से फिरौती के रूप में मोटी रकम वसूलने के लिए यह साजिश रची थी।
अपहरण की मांग पर बार-बार सौदेबाजी होने के कारण परिजनों को शक हुआ और पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रैक कर हरियाणा के रेवाड़ी में शुभम और उसके साथियों को पकड़ लिया। शुभम ने बताया कि उसने मौज-मस्ती करने के लिए यह साजिश रची थी, जबकि उसका दोस्त अंकित, जो आर्मी में जवान है, भी इस योजना में शामिल था।