रतन टाटा का निधन और पारसी समुदाय का योगदान

नई दिल्ली:  रतन टाटा, जिनका हाल ही में मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में निधन हो गया, भारतीय उद्योग जगत के एक प्रतिष्ठित नाम थे। उनके जाने से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है। टाटा समूह का भारत के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है, और वे पारसी समुदाय से संबंध रखते हैं। पारसी समुदाय का भारत में व्यवसाय और विकास में महत्वपूर्ण भूमिका रही है।

img

पारसी धर्म का परिचय

पारसी धर्म, जिसे जरथुस्त्र धर्म भी कहा जाता है, दुनिया के प्राचीन धर्मों में से एक है। इसकी स्थापना लगभग 3500 साल पहले ईरान में पैगंबर जरथुस्त्र द्वारा की गई थी। पारसी धर्म के अनुयायी एक ईश्वर, अहुरमज्दा में आस्था रखते हैं, और उनके प्रमुख देवता के रूप में अग्नि का पूजन करते हैं। उनका धर्मग्रंथ ‘जेंद अवेस्ता’ है, जो ऋग्वेदिक संस्कृत की एक प्राचीन शाखा अवेस्ता भाषा में लिखा गया है।

भारत में पारसियों का आगमन

इस्लाम के आगमन से पहले ईरान में ज़रथुष्ट्र धर्म का प्रचलन था। जब 7वीं शताब्दी में अरबों ने ईरान पर आक्रमण किया, तो कई पारसियों ने धर्म परिवर्तन किया, जबकि अन्य भारत की ओर भागे। ये लोग सबसे पहले गुजरात के नवसारी में बस गए, और वर्तमान में भारत में पारसी समुदाय की संख्या लगभग एक लाख है, जिसमें से अधिकांश मुंबई में रहते हैं।

पारसी समुदाय का व्यवसाय में योगदान

पारसी समुदाय ने कई कठिनाइयों का सामना किया, लेकिन उनकी मेहनत और समर्पण ने उन्हें भारत में एक प्रतिष्ठित व्यापारी वर्ग में स्थापित किया। इस समुदाय के कई उद्योगपति, जैसे टाटा, गोदरेज, और पूनावाला, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जाने जाते हैं।

फोर्ब्स की टॉप-10 सूची में पारसी

img

हाल ही में फोर्ब्स की टॉप-10 अमीरों की सूची में पारसी उद्योगपतियों के नाम शामिल हुए हैं, जैसे पालोंजी मिस्त्री, गोदरेज, और सायरस पूनावाला। दिलचस्प है कि रतन टाटा, जो टाटा समूह के चेयरमैन रह चुके हैं, इस सूची में शीर्ष तीन में शामिल नहीं हैं।

प्रमुख पारसी उद्योगपति

1. पालोंजी मिस्त्री: ये एक प्रमुख इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन ग्रुप के प्रमुख थे, जिनकी संपत्ति 2022 में लगभग 19 अरब डॉलर थी।

2. गोदरेज: आदि गोदरेज, गोदरेज समूह के अध्यक्ष हैं, और उनकी संपत्ति लगभग 2.5 अरब डॉलर आंकी गई है।

3. सायरस पूनावाला: डॉ. सायरस पूनावाला की संपत्ति लगभग 12.5 अरब डॉलर है, और उनके समूह ने कोरोनावायरस वैक्सीन के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

4. नुसली वाड़िया :  उनकी संपत्ति करीब 7.3 अरब डॉलर है, और वे वाडिया समूह के चेयरमैन हैं, जिसमें गो एयर और ब्रिटानिया जैसी कंपनियां शामिल हैं।

निष्कर्ष

पारसी समुदाय ने भारतीय समाज और अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, और उनके उद्योगपति न केवल भारत में, बल्कि विश्व स्तर पर भी अपनी पहचान बना चुके हैं। रतन टाटा जैसे व्यक्तित्व का निधन इस समुदाय के लिए एक बड़ा क्षति है, लेकिन उनके योगदान और विरासत हमेशा जीवित रहेगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *